सियासी मंगलवार: अडानी मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों का मार्च, राहुल के बयान पर संसद में नहीं थमा हंगामा

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सड़क से लेकर संसद तक इस वक्त देश की राजनीति गर्माई हुई है। एक ओर राहुल गांधी के बयानों को लेकर बजट सत्र में जबरदस्त हंगामा हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ अडानी मुद्दे को लेकर विपक्ष भी आर-पार के मूड में नजर आ रहा है। विपक्षी दलों के नेताओं ने सड़कों पर उतरकर संसद भवन से ईडी दफ्तर तक मार्च निकालने का प्लान बनाया था। हालांकि विपक्षी सांसदों को दिल्ली पुलिस ने विजय चौक पर हो रोक दिया। इसके बाद विपक्षी सांसद वहां से वापस लौट गए थे। आपको बता दें कि विपक्षी सांसद अडानी मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित करने की मांग कर रहे हैं।

रोका गया विपक्ष का मार्च

दरअसल, दिल्ली पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए सांसदों को विजय चौक पर रोक दिया था। हालांकि विपक्षी सांसदों ने चार चार के समूह में जाने की अनुमति देने को कहा, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। दिल्ली पुलिस ने विपक्षी सांसदों से अपना विरोध-प्रदर्शन वापस लेने को कहा नहीं तो उन्हें हिरासत में लेने की भी बात कही। इसके बाद विपक्षी सांसद वहां से वापस लौट आए।

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खड़गे सरकार पर बरसे

इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सब मिलकर ईडी के निदेशक को अडानी घोटाले मामले में ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमें विजय चौक पर रोक दिया। जो लोग अपने पैसे सरकार के विश्वास के साथ बैंक में रखते हैं, वही सरकार एक व्यक्ति को सरकार की संपत्ति खरीदने के लिए दे रही है। खड़गे ने आगे कहा एक ऐसा व्यक्ति जिसने 1650 करोड़ रुपए से अपना करियर की शुरुआत की और अब उसके पास 13 लाख करोड़ की संपत्ति है तो हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो।

कांग्रेस अध्यक्ष ने 200 सांसदों के मार्च के लिए दो हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हमारी आवाज को दबाना चाहती है। वे बोले कि ये बात लोकतंत्र की करते हैं। डेमोक्रेसी यदि ठीक नहीं चल रही हो और उसको लेकर कोई कुछ बाहर बोल दें तो उसे देशद्रोही कहा जाता है।

राहुल गांधी के बयान पर बवाल नहीं थमा

गौरतलब है कि विपक्षी सांसद तो सड़क पर उतरकर अडानी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। तो वहीं संसद में राहुल गांधी के बयानों को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार तीसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा हंगामे की भेंट चढ़ गई। इस दौरान राहुल गांधी के ‘लोकतंत्र पर हमले’ वाले बयान पर खूब बवाल हुआ, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।

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