पूरे साल सिर्फ एक बार खिलता हैं ये फूल, देखने मात्र से ही चमक जाती है किस्मत

Brahma Kamal

Brahma Kamal

Brahma Kamal Significance : दुनिया में कई प्राचीन पेड़-पौधे, फूल और मंदिर हैं जिनका अपना अलग महत्त्व और विशेषता है। ऐसा ही एक फूल है ब्रह्म कमल, जिसे ब्रह्मा जी का प्रतिरूप माना जाता हैं। माना जाता है कि ये फूल वर्ष में केवल एक बार ही खिलता है और जब ये फूल खिलता है तो इस पर विष्णु जी की शैया दिखाई देती हैं।

आमतौर पर ये फूल हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। साथ ही पिंडारी, जपला रूपकुंड, ब्रिज गंगा फूलों की घाटी, केदारनाथ और हेमकुंड में भी पाया जाता हैं। हालांकि, ये उत्तराखंड का राज्य फूल भी हैं। वहां पर इन फूलों की खेती भी की जाती है।

सौभाग्य में होती है वृद्धि

हिन्दू मान्यता के अनुसार, ब्रह्म कमल के फूल को खिलते हुए देखने मात्र से ही सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती हैं। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, माता नंदा को ब्रह्म कमल का फूल बहुत ज्यादा प्रिय था। इसलिए इसे केवल नंदा अष्टमी के पावन दिन ही तोड़ा जाता है।

बता दें कि इस फूल (Brahma Kamal) के कई औषधीय इस्तेमाल भी होते हैं। जैसे कि, सर्दी, जुकाम, हड्डी के रोगों और जलने की समस्या में इसका उपयोग किया जा सकता है। साथ ही इसमें से निकलने वाले पानी को पीनी से थकान व कमजोरी की समस्या भी दूर होती हैं। हालांकि भारत में अभी इस फूल की 31 अलग-अलग प्रजातियां को खोजा गया है।

पानी की जगह जमीन पर उगता है फूल

वैज्ञानिकों की शोध के अनुसार इस फूल के अलग-अलग 174 फॉर्मूलेशन पाए गए हैं, जो कि एस्टेरेसी कुल के है। ये फूल पानी की बजाए जमीन से लगभग चार हजार मीटर की ऊंचाई पर खिलता है। हालांकि अब बीते कुछ सालों से इस पौधे (Brahma Kamal) की ऊंचाई में कमी आई है। अब इसकी ऊंचाई लगभग तीन हजार मीटर के आसपास देखी गई है। बता दें कि दुनियाभर में इस फूल को विभिन्न नामों से जाना जाता हैं।

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