Sarfaraz Khan: टीम में नहीं चुने जाने की वजह आई सामनें, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कह दी ये बात

Sarfaraz Khan

Sarfaraz Khan: लगातार बेहतर प्रदर्शन के बावजुद सरफराज खान को टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पा रही है। हाल ही में बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे टीम का एलान किया था, उसमें भी सरफराज को शामिल नहीं किया गया। हर बार की तरह इस बार भी बीसीसीआई और सीनियर सेलेक्शन कमेटी की जमकर आलोचना हुई है। पिछले 3 रणजी सीजन से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान लगातार टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर दावा ठोक रहे हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें नजरअंदाज किए जाने पर सवाल उठना भी लाजिमी हैं। कई दिग्गज पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने सपोर्ट में आवाज उठाई और सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई। सुनील गावस्कर, आकाश चोपड़ा जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा था कि सरफराज खान का लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी चयन न होना दुख की बात है। अब जाकर बीसीसीआई के अधिकारियों का बयान सामनें आया है। एक बीसीसीआई अधिकारी ने बताया है कि खराब फिटनेस और खराब व्यवहार के कारण सरफराज को भारतीय टीम में नहीं चुना जा रहा है।

बीसीसीआई के सूत्र ने बताया क्या है कारण ?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने पीटीआई को दिए बयान में बताया कि सरफराज के चयन ना होने की बड़ी वजह वह खुद हैं। टीम में चयन नहीं होने का जो एक बड़ा कारण है वह सरफराज खान की फिटनेस है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है। इसके अलावा उन्हें अपने रवैये में भी काफी सुधार करने की जरूरत है। बीसीसीआई अधिकारी ने अपने बयान में ये भी बताया कि जब सरफराज खान ने दिल्ली के खिलाफ रणजी मुकाबले में शतकीय पारी खेलने के बाद जश्न मनाते हुए मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा की तरफ उंगली से इशारा किया था तो वह किसी को भी पसंद नहीं आया था। मैदान के अंदर और बाहर सरफराज का रवैया अच्छा नहीं रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता के साथ मिलकर इसपर काम करेंगे।

सबकी शरीर की बनावट एक जैसी नहीं

खैर, जहां तक फिटनेस का सवाल है तो सरफराज खान डोमेस्ट्रीक क्रिकेट मे लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहें हैं। खास बात यह है कि उनका औसत भी इस दौरान काफी कमाल का रहा है। ये रन सिर्फ बाउंड्री से नहीं आई है उसमें सिंगल्स और डबल्स भी शामिल होते हैं। बड़ी पारियों का मतलब है कि वह किसी भी परिस्थिति में खेलने के लिए फिट हैं। सरफराज के फर्स्ट क्लास करियर की बात करें तो 37 मैचों की 54 पारियों में उन्होंने 79.65 की औसत से 3505 रन बनाए। हैं। उनके नाम 13 शतक और 9 अर्धशतक है। वो फर्स्ट क्लास में तिहरा शतक भी ठोक चुके हैं। पिछले रणजी सीजन यानी 2022-23 में सरफराज ने छह मैच में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक भी शामिल है। पिछले तीन सीजन में उनके अलावा ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं हैं जिसने ऐसा कुछ कारनामा किया हो। यही नहीं, यह भी बताया जा रहा है कि वह टीम इंडिया में सिलेक्शन का मानक यो-यो टेस्ट भी पास कर चुके हैं। हालांकि, इसके बावजूद उनके भारी भरकम शरीर को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस पर गावस्कर ने काफी पहले ही कहा था कि हर किसी के शरीर की बनावट एक जैसी नहीं होती है।

सरफराज खान में अनुशासन की कमी ?

दूसरी बात अगर हम अनुशासन की करें तो ऑन फील्ड एग्रेसिव तरीके से जश्न मनाना कब से भारतीय क्रिकेट टीम में अनुशासनहीनता की निशानी हो गई? कई खिलाड़ी हैं जो ऑन फील्ड ऐसा करते और उनको इस वजह से फैंस का सपोर्ट भी मिलता है। विराट कोहली को ही देख लीजिए, वो फील्ड पर काफी एग्रेसिव होते हैं और उनकी फैन बेस कितनी है हर किसी को पता है। कमोबेश यह क्रिकेट के लिहाज से भी अच्छा माना जाता है। फिर ये बार बार सरफराज को ही टीम के सेलेक्शन वाले क्यों अपना शिकार बनाते है ? गौरतलब है कि विंडीज दौरे के लिए घोषित हुई भारतीय टेस्ट टीम में ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल की नए खिलाड़ियों के तौर पर एंट्री देखने को मिली है। दोनों बल्लेबाजों ने आईपीएल के 16वें सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

 

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