टीम इंडिया की रणनीति लोगों के समझ से परे, कुलदीप को दूसरे टेस्ट से किया बाहर

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IND vs BAN 2nd Test : भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में कुलदीप यादव को ड्रॉप कर दिया गया है। कुलदीप की जगह जयदेव उनादकट को भारतीय टीम में शामिल किया गया है। कुलदीप को ड्रॉप करने के फैसले पर कप्तान केएल राहुल ने कहा कि ये कड़ा निर्णय था। कुलदीप यादव ने पहले टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में वे प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे। लेकिन दूसरे टेस्ट से वे बाहर कर दिए गए हैं।

𝐏𝐞𝐫𝐬𝐢𝐬𝐭𝐞𝐧𝐜𝐞 𝐚𝐧𝐝 𝐡𝐚𝐫𝐝 𝐰𝐨𝐫𝐤 𝐩𝐚𝐲𝐬 𝐨𝐟𝐟 🫡@JUnadkat last played a Test match for #TeamIndia on December 16, 2010.

After 12 years, he will be donning the whites again today.#BANvIND pic.twitter.com/ziQGecIcrE

— BCCI (@BCCI) December 22, 2022

कुलदीप को 2 साल बाद टेस्ट खेलने का मौका मिला था

कुलदीप ने पहली पारी में 5 विकेट लेने के अलावा महत्वपूर्ण 40 रन भी बनाए थे। फिर दूसरी पारी में इस बाएं हाथ के स्पिनर ने 3 विकेट झटके थे। उन्होंने पहले बल्ले से और फिर विकेट लेकर टीम के लिए योगदान दिया। और तो और ये बात जानकर आपको हैरानी होगी कि कुलदीप को लगभग 2 साल बाद टेस्ट खेलने का मौका मिला था। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि इस गेंदबाज के साथ नाइंसाफी हुई है।

कुलदीप के ऊपर जयदेव को दी गई तरजीह

इससे पहले बांग्लादेश में 2012 में ऐसा ही हुआ था। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने मैच में 7 विकेट लिए थे और अर्धशतक भी जड़ा था। इसके बाद उन्हें अगले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। 12 साल बाद एक बार फिर यही बांग्लादेश में देखने को मिला। ये बात समझना मुश्किल नहीं है कि टीम इंडिया ने हमेशा बैटिंग ऑलराउंडर को तरजीह दी है। अश्विन ने पहले टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी की थी, अक्षर पटेल भी बैटिंग कर लेते हैं लेकिन, कुलदीप ने बैटिंग के साथ टीम को विकेट भी दिए जबकि अश्विन गेंद से कुछ खास नहीं कर पाए। ऐसे में अश्विन की गजह पर जयदेव उनादकट को जगह दी जा सकती थी।

जयदेव की 12 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी

जयदेव उनादकट की बात करें तो उन्होंने 12 साल बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी की है। उनादकट ने 12 साल पहले भारत के लिए टेस्ट में डेब्यू किया था। साल 2010 में धोनी की कप्तानी में उनादकट ने दक्षिण अफ्रीका में अपना पहला मैच खेला था। इस समय उनकी उम्र महज 19 साल थी। जयदेव उनादकट ने विराट कोहली से पहले भारत के लिए टेस्ट में डेब्यू किया था। उनादकट दो टेस्ट के बीच सबसे ज्यादा मैच में बाहर रहने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।

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