दास्तान ए शाइस्ता परवीन : पुलिसवाले की बेटी कैसे बनी माफिया अतीक अहमद की पत्नी, जानिए पूरी कहानी

Shaista Parveen Story

Shaista Parveen Story :  इस समय अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन उत्तर प्रदेश की मोस्ट वांटेड लेडी बन चुकी है। शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रही हैं। यहां तक कि वह अपने बेटे असद और पति अतीक अहमद के जनाजे में भी शामिल नहीं हुई थी। यूपी पुलिस और एसटीएफ की पूरी टीम कई दिनों से शाइस्ता को ढूंढ रही है।

कहा जाता है कि शाइस्ता (Shaista Parveen Story) का स्वभाव बहुत विनम्र है। उन्हें शिक्षक बैठकों में भाग लेना पसंद है। तो अब सवाल ये उठता है कि एक साधारण महिला शाइस्ता यूपी की मोस्ट वांटेड लेडी कैसे बन गई? आखिर क्यों उमेश पाल की हत्या में उनका नाम जोड़ा जा रहा है? जिन पर अब 50 हजार रुपए का इनाम घोषित है। तो चलिए जानते हैं माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परविन की जिंदगी कैसे बदली-

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पुलिसवाले की बेटी से ‘मोस्ट वांटेड’ तक का सफर

परिस्थितियों और समय के साथ शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen Story) बिल्कुल एक अलग शख्सियत बन गई हैं। आपको बता दें कि 50 साल की शाइस्ता की जिंदगी में इतना बड़ा बदलाव रातों-रात नहीं आया है। इन 50 सालों में उन्होंने दो अलग-अलग जिंदगियां जी हैं। एक शादी से पहले की तो वहीं दूसरी शादी के बाद की। प्रयागराज के दामुपुर गांव में वर्ष 1972 में जन्मी शाइस्ता के पिता पुलिस कॉन्स्टेबल थे। पढ़ने में होनहार शाइस्ता बचपन से ही अपने पिता फारूख के साथ सरकारी पुलिस क्वॉर्टर में रहती थी। वह अपने 2 भाई और चार बहनों में सबसे बड़ी हैं। पिता फारूख ने ही 24 साल की शाइस्ता की शादी अतीक अहमद से तय की थी। जिस समय अतीक-शाइस्ता की शादी हुई थी, उस वक्त राजनीति में अतीक का बोलबाला था। लेकिन  शाइस्ता पूरी तरह से उसके जुर्म की दुनिया से अनजान थी।

राजनीति के साथ भी हैं शाइस्ता का जुड़ाव

शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen Story) उस समय सुर्खियों में आई, जब उनके पति ने जेल से ही फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव लड़ने का फैसला किया। तब शाइस्ता ने अपने पति के लिए खूब जोरों-शोरों से चुनाव प्रचार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाइस्ता अपने पति से मिलने के लिए गुजरात की साबरमती जेल भी जाया करती थी। जहां दोनों ने मिलकर उमेश पाल की हत्या का षड्यंत्र रचा था। कहा जाता है कि उन्हीं ने जेल के अंदर अतीक को फोन और सिम कार्ड भेजा था, जिस फोन का इस्तेमाल कर माफिया अपने सभी गैरकानूनी काम किया करता था।

इसके अलावा जीशान नामक एक प्रॉपर्टी डीलर ने भी शाइस्ता पर कई आरोप लगाए हैं। मीडिया से बात करते हुए जीशान ने कहा- शाइस्ता बार-बार उसे फोन कर रंगदारी देने के लिए धमकाया करती थी। आपको बता दें कि इस समय अतीक की पत्नी पर एक हत्या और तीन धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। साथ ही उन पर उमेश पाल की हत्या में शामिल होने का मामला भी दर्ज है।

गौर करने वाली बात ये है कि शाइस्ता परवीन ने राजनीति में भी अपना हाथ आजमाया है। वह सितंबर 2021 में AIMIM पार्टी में शामिल हुई थी। हालांकि मेयर चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने जनवरी 2023 में बसपा का हाथ थामा लिया था। लेकिन उमेश पाल की हत्या में उनका (Shaista Parveen Story) नाम आने के बाद पार्टी ने खुद को उनसे दूर कर लिया है। साथ ही बसपा ने मेयर पद के उम्मीदवारों की लिस्ट से भी उनका नाम हटा दिया था। बहरहाल यूपी पुलिस अब चप्पे-चप्पे में शाइस्ता की छानबीन कर रही है।

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