शेफाली वर्मा ने मचाया गदर, अंतिम ओवर में एक रन आउट सहित तीन विकेट चटकाए

shafali verma

मंगलवार को बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रोमांचक जीत दर्ज की। दूसरे टी20 मैच में शेफाली वर्मा की शानदार गेंदबाजी के बदौलत भारत ने यह मुकाबला 8 रन से जीत लिया। लो-स्कोरिंग मुकाबले में भारत ने जबरदस्त वापसी की। भारतीय टीम टॉस जीतकर पहले बल्लबाजी करते हुए 8 विकेट खोकर 95 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश 87 रन पर ढेर हो गई। मैच का आखिरी ओवर काफी रोमांचक रहा। भारतीय टीम की तरफ से 19 साल की शेफाली वर्मा ने आखिरी ओवर में केवल एक रन खर्च करते हुए 4 विकेट हासिल किए। इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही शेफाली ने टी-20 क्रिकेट में इतिहास रच दिया।

शेफाली वर्मा ने रचा इतिहास

शेफाली वर्मा ने इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही टी-20 क्रिकेट में इतिहास रच दिया। वह आखिरी ओवर में 3 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गई है। तीन मैचों की सीरीज का पहला मैच भी भारत के नाम रहा था।  इससे पहले हुए मैच में टीम इंडिया को सात विकेट जीत मिली थी। यानी अब तीन मैचों की सीरीज पर कब्‍जा हो गया है। भारतीय टीम अंतिम मुकाबले को जीतकर सीरीज पर कब्जा करना चाहेगी। हालांकि, उस मैच में अगर टीम इंडिया हार भी जाती है तो भी सीरीज भारत के नाम ही रहने वाला है। एक बात तो मानना पड़ेगा कि मैच भले जीत लिया गया हो, लेकिन भारतीय टीम का बल्‍लेबाजी में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।

पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम

मैच की बात करें तो भारतीय कप्‍तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीता और पहले बल्‍लेबाजी का फैसला किया। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया। भारत की शुरुआत भी काफी खराब रही थी। कोई भी भारतीय खिलाड़ी बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो पाया। शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने जरूर पहले विकेट के लिए 33 रन जोड़े। जहां एक ओर शेफाली वर्मा ने 14 गेंद पर 19 रन बनाए, वहीं स्मृति मंधाना ने 13 गेंद पर 13 रन की पारी खेली। कप्‍तान हरमनप्रीत कौर तो अपना खाता भी नहीं खोल पाई और पहली ही गेंद पर डक पर आउट हो गईं। आखिर में अमनजोत कौर ने 17 गेंद पर 14 रन बनाने में कामयाब रही। इस तरह से टीम ने 20 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 95 रन बनाए।

लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम

लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम भी भारत के बल्लेबाजों की तरह ही तू चल मैं आया के तर्ज पर चल पड़ी। बल्लेबाज आते गए और चलते गए। टीम का पहला ही विकेट 10 रन पर गिर गया जिसके बाद यही सिलसिला पुरे मैच में देखने को मिला। कप्‍तान निगार सुल्‍ताना ने जरूर कोशिश की लेकिन दूसरे छोर से किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिला। कप्तान नें 55 गेंद पर 38 रन बनाए। गौर करने वाली बात यह है कि बाकी कोई बल्‍लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया।

आखिरी ओवर का रोमांच

आखिरी ओवर काफी रोमांचक रहा। ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम इस मैच में हार जाएगी। बांग्‍लादेश को जीत के लिए दस रन चाहिए थे। कप्‍तान कौर ने गेंदबाजी की कमान शेफाली वर्मा को दी। शेफाली ने भी निराश नहीं किया और इस ओवर में एक रन आउट सहित उन्‍होंने तीन विकेट चटकाए। इस तरह से आठ रन से मैच जीतकर भारतीय टीम ने आठ रन से मैच जीतकर सीरीज पर कब्‍जा कर लिया। शेफाली वर्मा ने तीन ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट चटकाए।

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