पीसीबी के संभीवित नए चेयरमैन की ये कैसी हरकत ? हाइब्रिड मॉडल को ठुकराया, बीसीसीआई और पीसीबी में टकराव

Potential new PCB chairman rules out hybrid model

पाकिस्तान क्रिकेट में आया भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान सरकार की लगातार कोशिशों के बावजूद उथल-पुथल जारी है। नजम सेठी को पीसीबी चीफ बनें अभी पूरे छह महीनें भी नही हुए थे कि उन्होनें इससे दूर रहने का फैसला कर लिया है। हाल ही में उन्होने कहा कि वो राजनीति के बीच फंसना नहीं चाहते। इस बयान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए अध्यक्ष जका अशरफ होंगे। हालांकि, पीसीबी अध्यक्ष की कुर्सी मिलने मे अभी देर है लेकिन उससे पहले ही भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरु कर दिया है।

एशिया कप के आयोजन पर लटक रही है तलवार

दरअसल, जका अशरफ ने आगामी एशिया कप के लिए “हाइब्रिड मॉडल” को खारिज कर दिया है। बता दें कि पीसीबी के मौजूदा अध्यक्ष नजम सेठी ने बीसीसीआई के विरोध के बाद एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव लाया था। एसीसी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान और श्रीलंका मे कराने का निर्णय लिया। अब जका अशरफ ने इसका विरोध करते हुए इसे खारिज कर दिया हैं। ऐसे में पीसीबी और बीसीसीआई टकराव की स्थिति में आ गए हैं। अब वनडे विश्व कप में पाकिस्तान का खेलना मुश्किल है। वहीं, एशिया कप के आयोजन पर भी तलवार लटक रही है।

जका अशरफ ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “पहला बिंदु यह है कि मैंने पहले भी हाइब्रिड मॉडल (एशिया कप के लिए) को अस्वीकार कर दिया था – क्योंकि मैं इससे सहमत नहीं हूं। एशियाई क्रिकेट परिषद के बोर्ड ने फैसला किया था कि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित किया जाना चाहिए, फिर हमें ही इसकी मेजबानी करना चाहिए।”

अशरफ की नियुक्ति महज एक औपचारिकता

अशरफ के इस बयान के बाद पाकिस्तान की विश्व कप में भागीदारी भी अधर में लटक सकती है और उम्मीद है कि बीसीसीआई भी सख्त रुख अपनाएगा और यदि वे एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सदस्यों के साथ हुई सहमति से पीछे हटते हैं तो कोई बीच का रास्ता नहीं होगा। अगर अशरफ ने अपना रुख नहीं बदला, तो एशिया कप पांच देशों के टूर्नामेंट के रूप में पाकिस्तान के बिना आयोजित किया जा सकता है।

फिलहाल अशरफ की नियुक्ति महज औपचारिकता है। वो पेशे से बैंकर हैं और पहले भी पीसीबी अध्यक्ष रह चुके हैं। अब देखना होगा कि बीसीसीआई इसपर क्या प्रतिक्रिया देती है। अगर पाकिस्तान इस बात पर अड़ा रहा तो एशिया कप हो पाना मुश्किल है।

 

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