दुनिया के इन शहरों में कारों से दूरियां बढ़ा रहे हैं लोग, पैदल चलने को दें रहें है प्राथमिकता

कारों से दूरियां बढ़ा रहे हैं ये शहर

Car free Spaces : स्वास्थ के प्रति लोगों की जागरूकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रहीं है और इसी कड़ी में कई शहरों ने नई योजना बनाई है। बता दें कि शहरों में अब साइकल चालकों और पैदल यात्रियों के लिए अलग से रास्ते या गलियां बनाई जा रहीं हैं। जिससे न केवल आर्थिक गतिविधियों की सक्रियता बढ़ी है, बल्कि ऐसे क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ पर भी सकारात्मत असर पड़ता है। प्रदुषण को रोकने के लिए ये कदम बहुत हद तक कारगर साबित हो रहा है, जिसको अब कई अन्य देश भी अपना रहें है।

पेरिस में महामारी से पहले ही कारों की संख्या घटाने का प्रयास चल रहा था, जिसको अब और गति मिल रहीं है। बता दें कि वर्ष 2016 में
पैरिस में पैदल पथ बनाया गया था, जिसे साल 2018 तक स्थायी कर दिया गया था। इसके अलावा यहां नई शहरी नियोजन अवधारणा भी लाई गई है, जिसके मुताबिक पेरिस को 15 मिनट का शहर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे पेरिसवासियों के लिए खरीदारी केवल 15 मिनट के पैदल रास्ते या बाइक राइड से पूरा करना संभव हो सकेगा। जिसका पूरा समर्थन लोगों द्वारा मिल रहा है।

कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में भी काफी समय से साइकिल चलाने की संस्कृति चल रही है और इस देश का राष्ट्रीय खेल भी ये ही है। कई सालों से इस शहर में पैदल यात्रियों और साइकल चालकों की संख्या बड़ी है। बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा बाइक पाथ नेटवर्क भी इसी देश में है, जिसे अब और पक्का कर स्थायी बना दिया गया है। यहां के कई इलाकों में रविवार को पूरी तरह से कारों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

अमेरिका के उत्तरी कैलिफोर्निया का सैन फ्रांसिस्को ने कुछ सालों से स्लो स्ट्रीट जैसे कार्यक्रम पर ज्यादा ध्यान दिया है, जिससे कार का ट्रैफिक और वायु प्रदुषण से राहत मिली है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि वाहनों के ट्रैफिक को कम करना और पैदल यात्री व बाइसिकल यात्रिओं की संख्या में इजाफा करना। बता दें कि इस शहर में पैदल यात्रियों और बाइकर्स में स्ट्रीट शेयरिंग संस्कृति को लगातार बढ़ावा मिल रहा है।

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