कर्ज लेने वालों को RBI ने दी बड़ी राहत, लगातार दूसरी बार रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव

rbi repo rate

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से लगातार दूसरी बाररेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।  रेपो रेट इस बार भी 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है। तीन दिनों तक हुई मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक के बाद अब रिजर्व बैंक ने नतीजों की घोषणा कर दी है। RBI गर्वनर शक्तिकांत दास ने  घोषणा की है कि लगातार दूसरी बैठक में ब्याज दरों को स्थिर रखा गया है। उन्होंने कहा कि MPC के सभी सदस्यों ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का समर्थन किया है।  इसका साफ मतलब ये है कि EMI भरने वाले लोगों पर कर्ज का बोझ नहीं बढ़ेगा।

महंगाई दर 4 प्रतिशत से अधिक रहेगी

इसके साथ ही RBI गवर्नर ने ये भी कहा है कि वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर 4 प्रतिशत से अधिक बनी रहेगी। हालांकि पुराने अनुमान को बदलते हुए इसे 5.1 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया गया है। वहीं जुलाई-सितंबर 2023 के लिए महंगाई दर का लक्ष्य 6.5 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया गया। अक्टूबर-दिसंबर के लिए 6.0 फीसदी और जनवरी-मार्च 2024 के लिए यह महंगाई का अनुमान 5.9 से घटाकर 5.7 फीसदी कर दिया गया है।

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लोगों को मिली बड़ी राहत

जो लोग घर-गाड़ी का लोन लेने वालों हैं, उनके लिए यह राहत वाली खबर है। अधिकतर बैंकों की ब्याज दर रेपो रेट से लिंक होती है। ऐसे में यदि रेपो रेट में वृद्धि होती है तो उसी के अनुरूप ब्याज दर भी बढ़ जाती है। ऐसा लगातार दूसरी बार हुआ है जब रेपो रेट नहीं बढ़ी। इसका मतलब ये है कि बैंक ब्याज दर में कोई इजाफा नहीं किया जाएगा। जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होता है यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं। वहीं यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक पिछले साल मई से लगातार रेपो रेट में बढ़ोत्तरी कर रहा था। RBI मई 2022 से फरवरी 2023 तक यानी 9 महीने में रेपो रेट में 250 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर चुकी है। वर्तमान में रेपो रेट 6.5 फीसदी है।

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