Naseeruddin Shah: हेट स्पीच को लेकर भड़के नसीरुद्दीन शाह का गुस्सा, भाजपा सरकार और पीएम मोदी पर जमकर बरसे एक्टर

Naseeruddin Shah Statement On Hate Speech

Naseeruddin Shah: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) आज के समय में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। एक्टर भले ही आजकल ज्यादा फिल्मों में नजर नही आते हैं, लेकिन हर मुद्दे पर अपनी बात खुलकर रखते हैं। एक्टर फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी के अलावा अपने बेबाक बयानों के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में एक्टर ने हेट स्पीच को लेकर अपनी राय रखी है और इसी के साथ बीजेपी सरकार और पीएम मोदी को इसका जिम्मेदार ठहराया है।

 

सरकार पर बरसे नसीरुद्दीन शाह

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान हेट स्पीच पर बात करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि, ‘इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी हैरान करने वाली है और यह स्पष्ट रूप से मौन स्वीकृति का प्रतीक है। यह नफरत हमेशा से रहा है, यह हमेशा भ्रूण रहा है, यह हमेशा खिलने की प्रतीक्षा कर रहा है, और आखिरकार यह हो गया है। यह चीजें मेरी भी समझ से बाहर है।’ अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि, ‘यह सब इकट्ठा हो गया है और फूट पड़ा है और राजनीतिक व्यवस्था ने बहुत बुद्धिमानी और बहुत चालाकी से इसे अपने फायदे के लिए इसे इस्तेमाल किया है।’

सरकार को दी भाषा सुधारने की राय

आपको बता दें कि इंटरव्यू के दौरान बात करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने हेट स्पीच के लिए पूरी तरह पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि, ‘’हम उन्हें उल्टा लटका देंगे।’  इस तरह की भाषा बिल्कुल चौंकाने वाली है। मुझे नहीं लगता कि इस देश में राजनीतिक संवाद अब की तुलना में कम रहा है। मैं नरसंहार और ‘मुसलमानों को देखते ही मार डालने’ के इन उन्मादी बयानों को बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं लेता हूं।’

नसीरुद्दीन ने पीएम मोदी को बताया चालाक

नसीरुद्दीन शाह ने आगे बात करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह बहुत ही चालाक आदमी हैं, जिस तरह से उन्होंने जनता के सामने अपनी इमेज बनाई है, वह काबिल-ए-तारीफ है।  इस मामले में वह अकेले नहीं हैं, बल्कि उनकी सेना भी है, जो उन्हीं के जैसी भाषा बोलती है। सभी आपसी तालमेल से काफी शातिर भाषा बोलते हैं। वह आदमी जो एक गुफा में ध्यान करता है, एक आदमी जो किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता, वह आदमी जो सबका विकास और सबका प्रयास की बात करता है, लेकिन इसका एक शब्द भी मतलब नहीं है।’

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