Machu Picchu : इस जगह को इंसानों ने नहीं Aliens ने बनाया! जानिए कहां है स्थित?

Machu Picchu

Machu Picchu History : दुनिया भर में कई ऐसी रहस्यमयी जगहें और इमारते हैं, जो लोगों को अपनी खासीयत से हैरान कर देती है। आज हम आपको ऐसी ही एक जगह के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में शायद ही आपको पहले पता होगा। क्या आपने कभी ऐसे किसी शहर के बारे में सुना या पढ़ा है जो तीन-चार नहीं बल्कि 8000 हजार फीट की उंचाई पर बसा हो? जिसको इंसानों ने नहीं एलियंस ने बनाया हो? अब आप सोच रहे होंगे कि ये कैसे हो सकता है। तो आपको बता दें कि ये काल्पनिक नहीं वास्तविक में हैं। जी हां, ये शहर दुनिया के सात अजूबों में से एक है।

खैर अब सालों से ये जगह वीरन पड़ी हुई है। हालांकि अभी भी इस जगह से जुड़े कई रहस्य है, जिनका सच किसी को नहीं पता। इसी वजह से इसे ‘रहस्यमय शहर’ नाम से भी जाना जाता हैं। आपको बता दें कि इस रहस्यमयी शहर का नाम माचू पिच्चू (Machu Picchu) हैं। जी हां, सही सुना आपने। माचू पिच्चू, जिसे इंका सभ्यता से संबंधित एक एतिहासिक स्थल माना जाता हैं। यह शहर दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित है। जो समुद्र तल से लगभग 8,000 फीट की उंचाई पर उरुबाम्बा घाटी के ऊपर एक पहाड़ पर बसा है।

1983 में मिला विश्व धरोहर स्थल का दर्जा

आपको बता दें कि माचू पिच्चू (Machu Picchu) एक पवित्र स्थल है, जिसे दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक माना जाता हैं। माचू पिच्चू को पेरू का एक एतिहासिक देवालय भी कहा जाता हैं। यहां इंका साम्राज्य के सबसे परिचित प्रतीक आज भी मौजूद है। इसी वजह से अक्सर लोग इसे ‘इंकाओं का खोया हुआ शहर’ भी कहते हैं। हालांकि, साल 1983 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला था।

वैसे तो स्थानीय लोग माचू पिच्चू के बारे में बहुत पहले से ही जानते थे, लेकिन इसे (Machu Picchu) दुनिया के सामने लाने का श्रेय अमेरिकी इतिहासकार हीरम बिंघम को दिया जाता है। उन्होंने वर्ष 1911 में इस शहर की खोज की थी। तभी से ये जगह दुनियाभर के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गई है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इसे देखने आते हैं और इसके इतिहास और रहस्यों को समझने का प्रयास करते हैं।

माचू पिच्चू का निर्माण क्यों कराया गया था

इतिहासकारों के मुताबिक, 1450 ईस्वी के आसपास इंकाओं ने इसका निर्माण किया था, लेकिन इसके लगभग सौ सालों बाद स्पेनियों ने इंकाओं को हरा दिया था, तो तब वह इस जगह को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर चले गए थे। तब से लेकर आज तक ये शहर वीरान पड़ा है। अब तो बस यहां खंडहर ही खंडहर बचे हैं।

हालांकि माचू पिच्चू (Machu Picchu) शहर का निर्माण क्यों कराया गया था, ये बात अब तक एक रहस्य ही हैं। लेकिन ये कहा जाता है कि इस जगह का इस्तेमाल इंसानों की बलि देने के लिए किया जाता था, जिसके बाद उन्हें यहीं पर दफना दिया जाता था। ये बात इसलिए कही जाती है क्योंकि पुरातत्वविदों को यहां से कई कंकाल मिले थे, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इनमें से ज्यादातर कंकाल महिलाओं के पाए गए थे। इसको लेकर कहा जाता है कि इंका सूर्य देवते को अपना भगवान मानते थे और उन्हें खुश करने के लिए वह कुंवारी स्त्रियों की बलि दिया करते थे। हालांकि, बाद में यहां कुछ पुरुषों के भी कंकाल मिले, जिसके बाद इस तथ्य को नकार दिया गया था।

एलियंस ने बनाया ये शहर !

इसके अलावा इस जगह को लेकर एक और हैरान करने वाली बात ये है कि यहां के स्थानीय लोग कहते है कि माचू पिच्चू को इंसानों ने नहीं बल्कि एलियंस ने बनाया था, लेकिन बाद में वह इस शहर को छोड़कर चले गए। अब सच क्या है, ये तो किसी को नहीं पता, लेकिन इस जगह से जुड़ी ये मान्यताएं हैरान जरूर करती हैं। हालांकि इसके अलावा भी दुनियाभर में कई और ऐसी जगहें है, जिनके इतिहास से अब तक पर्दा नहीं उठा है।

यह भी पढ़ें- Ambani Family : अमीर होने के साथ-साथ काफी धार्मिक भी हैं अंबानी फैमिली, दान-पुण्य में रहते हैं हमेशा आगे

Exit mobile version