जानिए क्या हैं इमोजी का इतिहास, किसने किया था सबसे पहले इसका इस्तेमाल

Unknown Facts about Emoji

Unknown Facts about Emoji: एडवांस टेक्नोलॉजी के आने से अब लोग बिना मिले भी बात कर सकते है। डिजिटल मीडिया में लोग अब मोबाइल फ़ोन पर वीडियो कॉन्फेंस या फिर चैट के जरिए बात कर सकते है। जिसमें इमोजी के भी ऑपशन दिए जाते हैं और अब लोग टेक्स्ट की बजाए इमोजी से ही बात करना पसंद करते है। दुःख, ख़ुशी, हसीं, गुस्सा, जश्न मनाना, माफी मनाना, अलविदा, सम्मान, सहमत होना, मना करने से लेकर हर तरह के ऑप्शन इमोजी में दिए जाते हैं। इनके इस्तेमाल से कम्युनिकेशन बहुत आसान और प्रभावशाली से किया जाता हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे पहले इमोजी का इस्तेमाल किसने, कब और कैसे किया था.?

इमोजी का इतिहास

ऑनलाइन दुनिया में इमोजी का खूब इस्तेमाल किया जाता हैं। व्हाट्सप्प, फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि पर इमोशन को प्रजेंट करने में इमोजी बहुत काम आता हैं। चैटिंग के दौरान अगर आप खुश हैं तो आप खुशी का इजहार स्माइल वाली इमोजी से भेज के कर सकते हैं। इमोजी से बिना किसी परेशानी के हम अपनी बात कर सकते हैं। बता दें इमोजी का इजाद, जापानी व्यक्ति शिगेताका ने वर्ष 1999 में किया था। उन्होंने ‘इ’ का मतलब पिक्चर बताया जबकि ‘मोजी’ का मतलब कैरेक्टर, जिसका सम्पूर्ण मतलब था- अपने भाव को किसी पिक्चर के माध्यम से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाना।

धीरे-धीरे बढ़ती इमोजी की लोकप्रियता को देखते हुए ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी ने वर्ष 2013 में इमोजी शब्द को खुद में शामिल करने का निर्णय लिया। बहरहाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रोजाना सात अरब से अधिक इमोजी बात करने के लिए उपयोग हो रहे हैं, जिसमें सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले इमोजी हैं- खुशी, थम्स अप, रेड हार्ट, रोना, हाथ जोड़ना, हंसते हुए आंसू निकलना, दिल के साथ मुस्कुराना, आंखों पर दिल के साथ मुस्कुराना और मुस्कुराती आंख।

पीले रंग के ही क्यों होते हैं इमोजी

बता दें कि अब तक कुल 3,633 इमोजी से अपनी बात व भाव व्यक्त कर सकते हैं, जिसमें से व्हाट्सप्प पर 800 इमोजी उपलब्ध हैं। ज्यादातर इमोजी पीले रंग के ही होते हैं। रिसर्च में इस बात का खुलसा किया गया हैं कि पीले रंग के इमोजी खिलते हुए प्रतीत होते है और खुशी का भाव देते हैं इसीलिए सकारात्मक भाव के इमोजी ज्यादा बनाए गए हैं।

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