दिल्ली से लेकर मुंबई तक Jain Community ने किया विरोध प्रदर्शन, लाखों की संख्या में लोग हुए एकत्रित

Save Sammed Shikhar ji 

Save Sammed Shikhar ji 

Save Sammed Shikhar ji  : श्री सम्मेद शिखरजी जैनियों के लिए केवल एक तीर्थ नहीं है। यह एक महातीर्थ हैं। जैनियों द्वारा इसे शाश्वत गिरिराज माना जाता हैं। मान्यता के अनुसार, श्री सम्मेद शिखर की 27 किलोमीटर पैदल लम्बी यात्रा करने से मृत्यू के बाद मनुष्य को पशु योनि और नरक की प्राप्ति नहीं होती हैं।

जब से झारखंड सरकार ने गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखर जी (Shri Sammed Shikhar ji) को पर्यटन स्थल बनाने का नोटिफिकेशन जारी किया गया हैं। तभी से जैन समुदाय के लोग देश के अलग-अलग राज्य में सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं। बीते दिन जैनियों ने झारखंड, दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद समेत पूरे देश में बड़ी संख्या में आंदोलन किया, जिसमें बच्चों से लेकर महिलाओं तक की भारी संख्या देखी गई।

जगह-जगह सड़कों पर उतरे जैन धर्म के लोग

नए साल के पहले दिन जैन समुदाय ने देश के कई जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। साथ ही दिल्ली के ऋषभ विहार इलाके में श्री संजय जैन व रुचि जैन ने सात दिन तक आमरण अनशन किया। बता दें कि जब से झारखंड और केंद्र सरकार ने जैन समाज के तीर्थ स्थल ‘श्री सम्मेद शिखरजी’ (Shri Sammed Shikhar ji) को पर्यटन स्थल बनाने का प्रस्ताव रखा है। तभी से जैन समाज के लोगों में आक्रोश हैं।

हेमंत सरकार के फैसले के खिलाफ लोगों का कहना है कि, श्री सम्मेद शिखर (Shri Sammed Shikharji) पवित्र तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ हमारे लिए आस्था का केंद्र भी हैं। इस पवित्र स्थल से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया है। यहां पर लोग मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं। भगवान की उपासना करने आते है। ऐसे में अगर सरकार इसे पर्यटन स्थल घोषित कर देगी तो लोग यहां मनोरंजन के लिए आएंगे, जहां होटल, रेस्टोरेंट और बार बनाए जाएंगे, जिसमें शराब, अंडा और मांस-मदिरा भी बेचा जाएगा। ऐसे में इस पवित्र तीर्थ स्थल की पवित्रता भंग हो जाएगी।

भावनगर जिले में निकाली विशाल रैली

जैन समाज के लोगों में झारखंड सरकार के फैसले (Shri Sammed Shikhar ji) के खिलाफ तो आक्रोश है ही। साथ ही गुजरात के भावनगर जिले में पवित्र शत्रुंजय पहाड़ियों को कथित तौर पर अपवित्र करने पर भी गुस्सा है। जैनियों ने उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने जैन मंदिर में जैन संत की ‘चरण पादुका’ में तोड़फोड़ की हैं। बीते दिन जैन समुदाय के एक लाख से भी अधिक लोगों ने तीन किलोमीटर पैदल यात्रा निकाली।

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