Indian Economy : भारत के लिए दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का सफर आसान नहीं था

Indian Economy

Indian Economy : पिछले कुछ वर्षो में भारत ने नयी बुलंदियों को छुआ है फिर चाहे वो विकास हो या अन्य कई अहम क्षेत्र। भारत इस समय दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो ये बतलाता है की भारत किस रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है। यह घटना हर भारतीय के लिए गर्व महसूस करने का विषय है। इस सफलता की कहानी आसान नहीं रही है। मंज़िल में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसी के साथ ये एक समर्पण , प्रगतिशील नीतियां और सामाजिक उन्नति का उपहार है। दुनुिया में इस मुकाम को हासिल करने के लिए , सरकार द्वारा शुरू किये गए उद्योग , रिफॉर्म्स , इंटरनेशनल बिज़नेस बांड्स का ख़ास योगदान है। डिजिटल भारत , मेक इन इंडिया , गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST ) जैसी कई योजनाए इस सफर का हिस्सा बनी और आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सरकार ने गरीबी , शिक्षा , स्वास्थय और कई क्षेत्रो में बदलाव किये है और समाज में उन्नति को बढ़ावा दिया है। इसी के साथ भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर का ऊंचे स्तर पर विकास किया है।

 

ये भी पढ़ें : Digital Literacy : ये एक महत्वपूर्ण कौशल बन चुका है

 

Indian Economy : भारत ने अंतराष्ट्रीय इंवेस्टमेंट्स को बढ़ाने के लिए उठाए कदम

गौर करने की बात है की आज भारत का अंतराष्ट्रीय स्थल पर औदा ऊचा हो गया है। भारत ने अंतराष्ट्रीय इंवेस्टमेंट्स को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाये है। ये कदम अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद करता है। हमारे देश के विकास के लिए इन इंवेस्टमेंट्स को बढ़ावा देना अनिवार्य है।आज भारतवर्ष हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आज भारत जिस पद पर खड़ा है उसके पीछे हम सबका योगदान है। हालाकि , इस सफलता की चुनौतियां भी है। अर्थव्यवस्था में हर भारतीय को शामिल करने में , गरीबों तक विकास पहुँचाने में और सस्टेनेबल विकास को बरकरार रखने में कई विकल्प तराशने होंगे। सुनने में शायद आसान लगे , लेकिन भारत जैसे बड़े देश मे और अलग अलग धर्मो के लोगो के बीच रहकर ये काम करना मेहनत का काम है। ये सफलता एक नयी पहचान का आग़ाज़ है , जो भारतवर्ष को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक सक्षम , मज़बूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत कर सकती है।ये सफर काफी लम्बा है। इसके साथ ही भारत अपने अर्थव्यवस्था में और भी सुधार कर सकता है।

Exit mobile version