आज भारतीय वायुसेना दिवस है। हर वर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है। आज इस मौंके पर देशभर के एयरफोर्स स्टेशनों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। वायुसेना दिवस पर केंद्र की मोदी सरकार ने इंडियन एयरफोर्स में अफसरों के लिए हथियार प्रणाली शाखा की स्थापना को मंजूरी दे दी है, जिसे काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। इस बात की जानकारी वायुसेना प्रमुख विवेक राम चौधरी द्वारा दी गई है।
34 हजार करोड़ रूपये की होगी बचत
चंडीगढ़ में वायुसेना के समारोह में अपने संबधन में उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद ये पहली बार हैं जब इंडियन एयरफोर्स में एक नई अभियानगत शाखा बनाई जा रही है। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस शाखा के बनने से सरकार को उड़ान खर्च में कटौती कर 34,000 हजार करोड़ रूपये से अधिक की बचत करने में सहायता मिलेगी। विवेक राम ने बताया कि ये नई शाखा भारतीय वायुसेना के पास मौजूद हर किस्म के हथियारों का प्रबंधन करेगी। पिछले एक साल में भारतीय वायुसेना ने अपने हिस्से की चुनौतियों का डटकर सामना किया है।
दिसंबर तक तीन हजार अग्निवीरों की भर्ती
उन्होंने कहा कि वायुसेना हर मोर्चे पर खरी उतरी है। एयर चीफ मार्शल वीआर राम ने बताया कि ये नॉन – काइनेटिक और नॉन लीथल वारफेयर का जमाना है और इसने युद्ध के तरीकों को बदलने का काम किया है। वायुसेना प्रमुख ने बताया कि हमें अपने कॉम्बैट पावर को इंटीग्रेट करके इसके इस्तेमाल की आवश्यकता है। उन्होंने तीन सेवाओं की शक्तियों को एकीकृत किए जाने की प्रकिया जारी रहने की बात कहीं। अपने संबोधन के दौरान वे केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना पर भी बोले। उन्होंने कहा कि इस योजन से वायुसेना में वायु योद्धाओं को इंडियन एयरफोर्स में भर्ती करना एक चुनौती है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि ये हमारे लिए देश के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अच्छा अवसर है। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष दिसंबर में 3000 अग्निवीरों को शुरूआती प्रशिक्षण के लिए वायु सेना में शामिल किया जाएगा।