कोरोना के बाद Brain-Eating Amoeba का बढ़ा प्रकोप, जानिए कैसे फैलती है बीमारी

Brain-Eating Amoeba

Brain-Eating Amoeba

Brain-Eating Amoeba : दुनिया में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहें हैं। चीन में तो वायरस ने एक बार फिर हाहाकार मचा रखा है। हालांकि इस बीच एक नई बीमारी ने लोगों की परशानी बढ़ा दी है। बीते दिन, दक्षिण कोरिया में ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ के पहले मामले की पुष्टि हुई हैं। कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी (केडीसीए) ने इस जानलेवा बीमारी (Brain-Eating Amoeba) की पुष्टि की है। कहा जा रहा है कि ये बीमारी बहुत घातक है, जो लोगों के मस्तिष्क को खत्म कर देती हैं।

381 मामलों की हुई पुष्टि

केडीसीए की जानकारी के मुताबिक, 50 साल के व्यक्ति की इस बीमारी (Brain-Eating Amoeba) से मौत हुई है। व्यक्ति, नेगलेरिया फाउलेरी से संक्रमित था, जिसे आम भाषा में दिमाग को खाने वाला अमीबा कहा जाता हैं।

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, ब्रेन-ईटिंग अमीबा नाक के जरीए मस्तिष्म में प्रवेश करता है। अमीबा के शरीर में प्रवेश करने के लगभग 15 दिन तक इसके (Brain-Eating Amoeba) लक्षण दिखाई देते हैं, जिसके 3 से 7 दिन बाद संक्रमित मरीज की मौत हो जाती हैं। बता दें कि ये बीमारी एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में नहीं फैलती है। वर्ष 2018 से अब तक इस बीमारी के लगभग 381 मामलों की पुष्टि हुई है।

ब्रेन-ईटिंग (Brain-Eating Amoeba) अमीबा के लक्षण

कहां-कहां पाया जाता हैं अमीबा (Brain-Eating Amoeba)

इस वायरस से बचने के लिए इन जगहों में नहाते समय नाक प्लग का इस्तेमाल जरूर करें।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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