Dilip Kumar : कैसे मोहम्मद युसुफ खान बनें दिलीप कुमार: द ट्रेजडी किंग, जानें सच

Dilip Kumar

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Dilip Kumar : हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) अपने जमाने के बेहतरीन एक्टर हुआ करते थे। एक्टर भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में और उनकी एक्टिंग आज भी फैंस के दिलों में जिंदा है। इसी साल जुलाई में 98 साल की उम्र में वो इस दुनिया को अलविदा कह गए। तो आइए उनका आखिर पेशावर से बॉलीवुड तक का सफर उन्होंने कैसे तय किया और उन्हें ‘द ट्रेजडी किंग’ (The Tragedy King) का खिताब कैसे मिला।

दिलीप कुमार का असली नाम

बता दें कि दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद युसुफ खान था। उनका जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। हालांकि बहुत कम लोग जानते होंगे की फिल्मों में आने से पहले दिलीप कुमार ब्रिटिश आर्मी कैंटीन में काम करते थे। एक्टर वहां पर सैंडविच बनाया करते थे और उनके सैंडविच काफी मशहूर थे। दिलीप कुमार ने आजादी के साल यानी 1947 में आई फिल्म जुगनु से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। इसके बाद उनके लिए सफलता के द्वार खुल गए और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सायरा बानो संग रचाई शादी

एक्टर ने साल 1966 में अपनी को-स्टार और उस समय की जानी-मानी अदाकारा सायरा बानो (Saira Banu) संग शादी रचाई थी। शादी के समय सायरा उनसे 22 साल छोटी थीं। एक्टर ने देवदास, मुगल-ए-आजम जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का नजराना पेश किया, जिसके बाद उनकी पॉपुलैरिटी शिखर पर पहुंच गई थी। एक्टर को आखिरी बार साल 1998 में आई फिल्म किला में देखा गया था।

ऐसे कहलाए ‘द ट्रेजडी किंग’

एक्टर के फैंस ने उन्हें ‘अभिनय सम्राट’ की उपाधि दी थी। हालांकि उन्हें अपने करियर की शुरुआत में उनकी जबरदस्त एक्टिंग के कारण मीडिया में वो ‘द ट्रेजडी किंग’ के नाम से प्रचलित हुए। दिलीप कुमार ने अपने 5 दशक के एक्टिंग करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं, जिसके लिए उन्हें साल 1994 में दादा साहेब फाल्के और साल 2015 में पद्म विभूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

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