खतरनाक हैं H3N2 Virus, जानिए देश में कैसे फैल रहा है इसका प्रकोप

H3N2 Virus

H3N2 Virus

H3N2 Virus Causes : दुनिया भर में जहां एक तरह कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहें है, तो वहीं एक और वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले कई दिनों में, H3N2 वायरस (Influenza A virus subtype H3N2) के कई मरीज मिले हैं। हालांकि अभी उनकी स्थिति कंट्रोल में है। आमतौर पर ये वायरस ठंड या फ्लू के मौसम में इन्फ्लूएंजा की मौसमी महामारी (Seasonal Epidemic) का बड़ा कारण बनते हैं।

डॉक्टर्स के मुताबिक, H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा ए (influenza A) हैं, जो एक संक्रामक श्वसन वायरस (Infectious Respiratory Virus) है। ये वायरस (H3N2 Virus) व्यक्ति के गले, नाक, ऊपरी श्वसन पथ और फेफड़ों को प्रभावित करता हैं।

सूअरों से फैलता है इंसानों में

बता दें कि H3N2 वायरस एक गैर-मानव इन्फ्लूएंजा वायरस हैं, जो सूअरों में फैलता है। इस वायरस को स्वाइन फ्लू वायरस के नाम से भी जाना जा रहा हैं। सूअरों में फैलने वाले वायरस को ‘स्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस’ कहा जाता है। पर जब ये मनुष्य को संक्रमित करता है, तो उसे ‘वैरिएंट वायरस’ के नाम से जाना जाता हैं। इंसानों में ये वायरस (H3N2 Virus Causes) सुअर के खांसने और छींकने पर बनने वाली संक्रमित बूंदों से फैलता है। इसके अलावा छूने से भी ये वायरस संक्रमित होता है। हालांकि, वैज्ञानिकों को निश्चित तौर पर इसके प्रसार के आम तरीकों के बारें में नहीं पता चला है।

भारत में भी आए कई मामलें

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वर्ष 2011 में पहली बार स्वाइन, एवियन और मानव फ्लू वायरस के जीन के बारें में पता चला था। जबकि साल 2009 में H1N1 महामारी के वायरस के M जीन और H3N2 वायरस की जानकारी सामने आई थी, जो वर्ष 2010 से सूअरों में फैलना शुरू हुआ था। पहली बार सूअरों में इस वायरस (H3N2 Virus Causes) का पता साल 2011 में लगा था। इसके बाद विशेषज्ञों ने इस पर रिसर्च की। तब पता चला कि H1N1 के M जीन को शामिल करने से ये वायरस अन्य स्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की तुलना में लोगों को बहुत जल्दी और आसानी से व्यक्ति को संक्रमित करता है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों में देश में H3N2 वायरस के 100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। जबकि H1N1 वायरस के मरीजों की संख्या बहुत कम है। हालांकि, सभी मरीजों की हालत स्थिर है। लेकिन संक्रमित (H3N2 Virus Causes) मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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