क्या आपके भी घर में रखी हैं शिव जी की मूर्ति या तस्वीर, जानिए इससे जुड़ी अहम बातें

Shiva Statues rules

Shiva Statues rules : हिन्दू धर्म में शुभ-अशुभ को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता हैं। हर एक पर्व-व्रत में छोटी-छोटी गलती को करने से भी बचा जाता है। वास्तु शास्त्र में भी भगवान की मूर्ती-तस्वीर को लेकर कई बातों का उल्लेख किया गया है। माना जाता है कि शास्त्र के मुताबिक कार्यों को करने से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, वैभव और धन का आगमन होता हैं। साथ ही जिंदगी में बहुत जल्दी सफलता मिलती है।

घर में भगवान की मूर्ति या तस्वीर रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती हैं। लेकिन देवी-देवता की प्रतिमा को घर में रखने से पहले कुछ नियमों को जानना जरूरी है। आज हम आपको इस आर्टिकल में भगवान शिव जी (Shiva Statues rules) की मूर्ती या तस्वीर को घर में रखने के नियमों के बारें में विस्तार से बताएंगे।

जानिए किस दिशा में लगाए प्रतिमा

सनातन धर्म में भगवान शिव को सभी देवताओं में सर्वोच्च माना जाता हैं। भोलेनाथ के आशीर्वाद से बड़ी से बड़ी समस्या का हल मिलता है। मान्यता के मुताबिक शिव जी (Shiva Statues rules) को उत्तर दिशा अति प्रिय हैं। इसी दिशा में भोलेनाथ जी का निवास स्थान कैलाश पर्वत भी है। इसलिए घर में देवों के देव महादेव की मूर्ती या तस्वीर उत्तर दिशा में लगाना शुभ होता है। बता दें कि घर में हमेशा भगवान की ऐसी तस्वीर लगानी चाहिए, जिसमें वह शांत और ध्यान की मुद्रा में हो। इसके अलावा नंदी पर बैठे शिव जी की तस्वीर को भी घर में लगाना शुभ होता है। भगवान की तस्वीर हमेशा उस जगह पर लगानी चाहिए, जहां से रोजाना हर कोई उनके दर्शन कर सके।

इन चीजों का जरूर रखें ध्यान

बता दें कि शिव जी की कभी भी खंडित मूर्ती या तस्वीर घर में नहीं लगानी चाहिए। इसके घर-परिवार में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैं। इसके अलावा भगवान शिव जी (Shiva Statues rules) और उनके परिवार के साथ वाली तस्वीर भी घर में लगाना शुभ होता है। लेकिन भगवान की वैसी कोई मूर्ति या तस्वीर घर में नहीं लगानी चाहिए, जिसमें वह गुस्से या क्रोध की स्थिति में बैठे हो। इससे परिवार में अशांति फैलती है।

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि southblockdigital.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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