Sakat Chauth पर जरूर करें माँ सकट और Ganesh ji की पूजा-अर्चना, दूर होंगे सभी दुःख-दर्द

Sakat Chauth 2022

Sakat Chauth 2022

Sakat Chauth 2022 : हर वर्ष माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का त्यौहार मनाया जाता हैं। हिन्दू धर्म, में इस दिन व्रत रखने का खास महत्त्व है। सकट चौथ के दिन विघ्नहर्ता गणेश जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती हैं। इस बार चौथ का पर्व 10 जनवरी 2023, दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। सकट चौथ (Sakat Chauth 2022) का व्रत रखने से भगवान गणेश अपने भक्तों से प्रसन्न होते है और उनके सभी दुःख-दर्द का निवारण करते हैं।

सकट चौथ का शुभ मुहूर्त

सकट चौथ का व्रत अगले साल 10 जनवरी 2023 , दिन मंगलवार को रखा जाएगा। इस बार चौथ का आरंभ 10 जनवरी की दोपहर 12 बजकर 9 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 11 जनवरी की दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। हालांकि इस दिन (Sakat Chauth 2022) चंद्रोदय का समय रात 8:41 के आसपास रहेगा।

चौथ के व्रत का महत्त्व

हिन्दू धर्म, में माघ माह की चतुर्थी का बहुत ज्यादा महत्त्व है। कहा जाता है कि इस दिन (Sakat Chauth 2022) ही गणपति बप्पा ने शिव जी व माता पार्वती की परिक्रमा की थी। खासतौर पर महिलाएं सकट चौथ का व्रत रखती है और अपने सुखी वैवाहिक जीवन व संतान की दीर्घायु के लिए कामना करती हैं।

सकट चौथ (Sakat Chauth 2022) के दिन मिट्टी से बनी गणेश जी की मूर्ति के अलावा सकट मईया और माँ लक्ष्मी की भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती हैं। साथ ही भगवान को पुष्प, दीप, दूर्वा और मोदक अर्पित करें। इसके अलावा ‘वक्रतुण्ड महाकाय’ के मंत्र का जाप करें और 21 दुर्वा अर्पित करें। गणेशजी को तिल और गुड़ से बने लड्डुओं का भी भोग लगाएं और व्रत की कथा सुनने के बाद आरती करें। बता दें कि सकट चौथ के व्रत का समापन रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही होता है।

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