नरक चतुर्दशी पर जरूर करें ये उपाय, पूरी होंगी सभी मनोकामना

Narak Chaturthi Puja

Narak Chaturdashi Puja : दिवाली महापर्व 5 दिनों का त्यौहार होता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होकर भाई दूज तक चलती है। नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली व चौदस भी कहां जाता हैं। हिन्दू धर्म में माना जाता है कि इस दिन श्रीकृष्ण और उनकी पत्नी सत्यभामा ने नरकासुर का वध किया था। नरकासुर को वरदान मिला था की उसे सिर्फ एक स्त्री ही मार सकती है और कोई भी नहीं। श्री कृष्णा ने उनकी कैद से करीब 16 हजार महिलाओं को मुक्ति दिलाई थी, इसलिए इस दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती हैं। तिथियों के संयोग से इस बार 24 अक्तूबर को नरक चतुर्दशी का पर्व, दिवाली के दिन ही मनाया जाएगा।

पूर्ण होंगी सभी मनोकामनाएं

हिन्दू धर्म में इस पर्व की खास मान्यता है। नरक चतुर्दशी के दिन शाम को यम देव के लिए दीया जलाया जाता है। महिलाएं इस शुभ दिन व्रत रखती है और घर की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। इसके अलावा नरक चतुर्दशी के दिन कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है। जैसे-

– उबटन लगाकर स्नान करना
नरक चतुर्दशी को रूप चौदस के रूप में भी मनाया जाता हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठकर चेहरे और शरीर के अन्य अंगों में उबटन लगाना चाहिए व पानी में नीम की पत्ती डालकर स्नान करना चाहिए, ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है।

– भगवान कृष्ण की करें पूजा
छोटी दिवाली के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना करना शुभ माना जाता है।

– कालिका मां की करें विशेष पूजा
नरक चतुर्दशी को काली चौदस भी कहां जाता हैं। इस ख़ास पर्व पर माता कालिका की पूजा-अर्चना की जाती है।

– 14 दीये जलाएं
सूर्यास्त के बाद घर के दरवाजे पर 14 दीए जलाकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके रखना चाहिए, इससे परिवार की सभी परेशानियां ख़त्म होंगी।

– यम देव के नाम का जलाएं दीया
छोटी दिवाली के दिन यमराज की पूजा होती है। इस दिन शाम के समय घर के दरवाजे पर दीया जलाना चाहिए। मान्यता है कि यम देव के लिए दीपक जलाने से परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु नहीं होती।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। लेखक या वेबसाइट इस बात का शतप्रतिशत दावा नहीं करती।

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