चीन ने अपनी ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ को लिया वापस, कोरोना पर फिर जानकारी छुपा रहा चीन

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चीन में फिर एक बार कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। चीन से फैला ये संक्रमण एक बार फिर से दुनियाभर में अपनी पांव पसार रहा है। भारत में भी कोविड के BF 7 वेरिएंट ने कदम रख दिया है। भारत सरकार भी अलर्ट हो चुका है और ज़रूरी दिशानिर्देश सभी राज्य सरकारों को दिया गया है। लेकिन चीन में संक्रमण बेकाबू हो चुका है। लाखों लोग मर रहें है। डॉक्टर एक्सपर्ट के मुताबिक आने वाले तीन महीनों में चीन की 60 प्रतिशत आबादी संक्रमित हो जाएगी। एक आंकड़े के मुताबिक, इस समय चीन में 54 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार, चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को वापस ले लिया है।

चीन कोविड संक्रमण को बता रहा ‘मौसमी फ्लू’

चीन की लापरवाही के चलते पूरी दुनिया आज कोरोना से सफर कर रही है। इसी बीच कहा जा रहा है कि चीन ने कोरोना के मामलों की जानकारी भी छुपाना शुरू कर दिया है। इस कदम ने एक बार फिर से स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। डब्लूएचओ ने बताया कि सात दिसंबर के बाद से कोई डेटा चीन से नहीं मिला है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन में महामारी के बढ़ते दबाव को देखते हुए लोगों को बताया जा रहा है कि यह मौसमी फ्लू जैसा है और नया ओमिक्रॉन स्वरूप बहुत खतरनाक नहीं है। उसका कहना है कि वह सिर्फ निमोनिया व श्वसन विफलता पर ही कोविड की मौत को मानता है।

सीसीपी के खिलाफ चीन के हर इलाके में विरोध प्रदर्शन

ब्लूमबर्ग अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी अधिकारियों ने देश की अर्थव्यवस्था को सुचारू करने के लिए कोरोना संक्रमितों को भी निर्देश दिया है कि वे जल्द काम पर लौटें। इन सभी चीजों को लेकर चीन के लोगों में आक्रोश है और वो सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं।  जिनपिंग के सख्त कोविड उपायों के विरोध में लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। सड़कों पर उतरे लोगों ने “पद छोड़ो, शी जिनपिंग! पद छोड़ो, कम्युनिस्ट पार्टी!” जैसे नारे लगाए हैं। साथ ही लोगों का कहना है कि हम आजीवन शासक नहीं चाहते।
चीन में हो सकता है राजनीतिक तख्तापलट 
वर्तमान स्थिति को देखते हुए, शी जिनपिंग के इस्तीफे की लोगों की मांग असाधारण है और इससे राजनीतिक तख्तापलट हो सकता है। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि चीन में चल रही स्थिति के परिणामस्वरूप सीसीपी के शीर्ष नेताओं और शी जिनपिंग के प्रतिद्वंद्वियों द्वारा राजनीतिक तख्तापलट हो सकता है। गौरतलब है कि चीन जिसे कोरोना का जन्म स्थान कहा जाता है अब वो ही कोरोना के जाल में फंसता नजर आ रहा है। चीन में कोविड -19 का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है और इसने दुनिया के अन्य देशों को भी फिर एक बार कोविड से निपटने का संकेत एक तरह से दे रहा है।
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