UN में पाकिस्तानी आतंकियों की ढाल बनने वाले चीन को घेरा, जयशंकर ने सुनाई खरी-खरी

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देश की राजधानी दिल्ली का वैश्विक कूटनीतिक तापमान पिछले कुछ दिनों से काफी चढ़ा हुआ है। दिल्ली में बीते दिनों पहले जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की एक अहम बैठक हुई। इसके बाद क्वाड देश, जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका जैसे बड़े देश शामिल हैं, उनके विदेश मंत्रियों ने भी एक बड़ी बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंक के मुद्दे को लेकर चीन को बिना नाम लिए घेर लिया।

‘आतंकियों पर राजनीति सही नहीं’

दरअसल, कई बार ऐसा देखने को मिला कि संयुक्त राष्ट्र में चीन पाकिस्तानी आतंकियों के लिए ढाल बन जाता है। वो इनको आतंकी घोषित किए जाने में अडंगा डाल देता है। इसी मुद्दे को लेकर चीन को घेरते हुए अब विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में आतंकियों को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड देशों ने कई मुद्दों पर बातचीत की, जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने की प्रक्रिया का राजनीतिकरण नहीं करना शामिल था।

गौरतलब है कि चीन ने ऐसा कई बार किया है, जब उसने वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने की प्रक्रिया में अपनी टांग अड़ाई हो। चीन कई बार पाकिस्तानी आतंकियों के लिए ढाल बनकर खड़ा हुआ है। पिछले साल भी भारत ने मुंबई आतंकी हमले के दोषी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव भारत के द्वारा दिया गया था, लेकिन चीन ने हर बार की तरह अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए इस पर रोक लगा दी।

क्वाड समूह की अहम बैठक

इसके साथ ही क्वाड समूह ने मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के अलावा काउंटर टेररिज्म वर्किंग समूह बनाने की भी घोषणा की। इस समूह का उद्देश्य आतंकवाद से निपटना होगा। बैठक के बाद जारी किए गए एक संयुक्त बयान में आतंकवाद और चरमपंथ की निंदा की गई। इस बयान में भारत के संदर्भ में सीमापार आतंकवाद, मुंबई और पठानकोट जैसे हमलों का जिक्र किया गया।

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