हिमाचल में बागी और नाराज उम्मीदवारों पर बीजेपी कहीं सख्त तो कही नरम

JP

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर तारीखों को ऐलान हो चुका है। यहां टिकट बांटवारे को लेकर बीजेपी के कुछ उम्मीदवारों ने बगावत भी कि तो कुछ नाराज भी हुए। लेकिन, इस नाराजगी को दूर करने के लिए अब बीजेपी ने मोर्चा संभाल लिया है। मोर्चा संभालने के लिए जेपी नड्डा खुद मैदान में है। पार्टी ने बगावत से सख्ती से निपटते हुए नेता महेश्वर सिंह का टिकट आखिरी दिन काट दिया। दस में से जिन पांच निवर्तमान विधायकों के टिकट काटे गए थे, उनकी नाराजगी भी दूर कर दी है।

वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह राज्य होने के चलते जेपी की नड्डा की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। और क्योंकि बीजेपी को इसबार हिमाचल प्रदेश में यह मिथ भी तोड़ना है कि यहां पर हर बार सत्ता परिवर्तन होती है ऐसे में बीजेपी फिर से जीत कर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। बीजेपी ने टिकट बांटवारे में बेहद संजीदगी बरती है। बीजेपी ने 43 में से 32 मौजूदा विधायकों को टिकट सौंपे हैं जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि बीजेपी किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती।

आपको बताते चले कि बीजेपी हिमाचल प्रदेश में किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती और क्योंकि बीजेपी का सीधा मुकाबला यहां कांग्रेस से है ऐसे में बीजेपी हिमाचल प्रदेश में और ज्यादा सतर्क भी है। वहीं, बीजेपी हिमाचल प्रदेश में इस बात का भी विशेष ख्याल रख रही है कि बागी उम्मीदवार बीजेपी का किसी भी तरह से खेल ना बिगाड़ दें। बीजेपी ने बागी उम्मीदवारों से निपटने के लिए खास रणनीति बनाई है जिसमें बागी उम्मीदवारों के टिकट काटने से लेकर बीजेपी से निष्कासन तक शामिल है।

Exit mobile version