9 तीव्रता तक का भूकंप भी झेल सकता हैं बालाजी दिव्य धाम, कई मायनों में है रहस्यमयी

Venkatesh Balaji Temple

Venkatesh Balaji Temple

Venkatesh Balaji Temple : भारत में कई ऐसे मंदिर स्थित है, जिनकी अपनी मान्यता, महत्त्व और खूबियां हैं। ऐसा ही एक रहस्यमयी मंदिर, राजस्थान के काला कुआं, अलवर में स्थित है। प्रदेश का ये पहला मंदिर है, जो वेंकटेश बालाजी दिव्य धाम दक्षिणी शैली पर आधारित हैं। वर्ष 2012 में इस मंदिर का शिलान्यास हुआ था।

हालांकि इसको पूरा बनने में 4 साल का लम्बा समय लगा था। माना जाता है कि इस मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) को बनवाने के लिए विशेष तौर पर दक्षिण के हैदराबाद से कारीगरों को बुलवाया गया था। मंदिर के निर्माण कार्य में लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत आई थी।

मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) की खास बात ये है कि वेंकटेश बालाजी धाम का निर्माण इस तरह किया गया है कि भूकंप आने के बाद भी मंदिर को जरा सी भी नुकसान नहीं होगा। बालाजी दिव्य धाम मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) के आचार्य स्वामी सुदर्शन महाराज के मुताबिक, यह मंदिर रिक्टर स्केल पर 9 तीव्रता तक का भूकंप आसानी से झेल सकता हैं।

दक्षिण शैली का हैं पहला मंदिर

बता दें कि मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) में नीचे की और प्रवचन हॉल बनाया गया है। जबकि ऊपर की जगह गर्भगृह का निर्माण किया गया है। गर्भगृह में भगवान वेंकटेश की प्रतिमा को स्थापित किया गया हैं, जिसको काले रंग के ग्रेनाइट से बनाया गया है। वेंकटेश की प्रतिमा के दक्षिण दिशा में भगवती पद्मावती का श्रीविग्रह (माता का एक निशान जो कि पत्थर रूपी होता है) हैं। भगवती पद्मावती के वामांग में भगवती गौदंबा का श्रीविग्रह है। जबकि भगवान के पार्षद गरुड़जी सामने विराजमान है। इनके अलावा मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) में हनुमान जी की भी एक प्रतिमा हैं। मंदिर (Venkatesh Balaji Temple) की पूजा पद्धति पूरी तरह से दक्षिण शैली पर ही आधारित है।

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