दास्तान ए अतीक: जानिए कहाँ से शुरू हुआ पूरा मामला ?

Atique Ahmed Story

Atique Ahmed Story : अगर आप न्यूज या फिर यूपी से ताल्लुक रखते हैं तो आपने अतीक अहमद का नाम तो सुना ही होगा ? जी हां वही अतीक अहमद जिसे बीते शनिवार 15 अप्रैल को कुछ बदमाशों ने मौत की नींद सुला दिया। हालांकि आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं, लेकिन इसके बावजूद मामला अभी भी गर्माया हुआ है।

जो भी अतीक अहमद के बारे में सुन रहा है। वह अतीक अहमद के बारे में जानना चाहता है। सभी का एक ही सवाल है कि आखिर मामला शुरू कहां से हुआ और आखिर अतीक को सजा किस लिए दी जा रही थी। अब अगर आपका भी यही सवाल है, तो आप हमारे साथ अंत तक बने रहे। क्योंकि हम यहां पर आपको विस्तार से सभी जानकारी देने वाले हैं।

आखिर कौन हैं अतीक अहमद ?

अगर बात करें अतीक अहमद की तो उसे प्रयागराज (पूर्व में इलाहबाद) के अंदर खौफ का दूसरा नाम कहा जाता था और अपने इसी दम-खम पर वह इलाहाबाद वेस्ट विधानसभा से करीब 5 बार विधायक रह चुका था। अतीक अहमद ने अपनी राजनीति की शुरूआत साल 1989 में की थी। इस दौरान वह पहली बार चुनाव जीता था। हैरानी की बात तो ये है कि उसने ये चुनाव निर्दलीय ही लड़ा था यानी ना कोई पार्टी का चेहरा और ना कोई सपोर्ट फिर भी वह ये चुनाव जीत गया।

अतीक अहमद की गिरफ्तारी का क्या था कारण ?

दरअसल, अतीक अहमद पर जीत का नशा इस कदर चढ़ चुका था कि वह अपनी हार देख ही नहीं सकता था। लेकिन 25 जनवरी 2005 को बसपा के नेता राजू पाल ने अतीक का ये घमंड तोड़ दिया। बताया जाता है कि साल 2004 में जब अतीक अहमद ने लोकसभा चुनाव जीत लिया। तब उसने अपनी विधायक की सीट से अपने भाई अशरफ को उतारने का फैसला लिया।

इस समय अतीक के परिवार को लगता था कि इस सीट को तो वह आसानी से जीत जाएंगे, लेकिन हुआ इसका उल्टा। बताया जाता है कि इस दौरान अशरफ को बसपा के नेता राजू पाल ने हरा दिया। जिसके बाद इस हार का बदला लेने के लिए अतीक अहमद ने राजू पाल को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद राजू पाल की पत्नी ने अतीक के खिलाफ FIR दर्ज कराई। जिसपर अभी तक सुनवाई चल रही थी।

उमेश पाल की मौत से गर्माया मामला ?

अतीक पर केस अभी चल ही रहा था कि अतीक अहमद फिर एक गलती कर बैठा। जिसने उसे मुसीबत में डाल दिया। बताया जाता है कि राजू पाल की मौत का एक ही मुख्य गवाह था उमेश पाल, जिसकी उसके सिक्योरिटी गार्ड के साथ अतीक अहमद ने हत्या करा दी। इसके बाद इस मामले पर पुलिस ने अतीक अहमद समेत, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, छोटे भाई अशरफ, दोनों बेटे और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इसी की सुनवाई के लिए उसे अहमदाबाद से लखनऊ लाया गया था।

परिवारों को उजाड़ने वाला खुद मौत की नींद सोया

इस मामले पर लगातार सुनवाई जारी थी, लेकिन अतीक को एक के बाद एक झटके मिलने लगे। सबसे पहले अतीक के बेटे असद और उसके साथी को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मौत के घाट उतारा। इसके बाद अतीक और उसके भाई को भी कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी।

अतीक को लगा था कि ये सजा तो वह काट लेगा लेकिन शायद उसकी तकदीर में कुछ और ही लिखा था। सजा सुनाए जाने के बाद जब अतीक मीडिया से बात कर रहा था तो तीन बदमाशों ने उसपर हमला कर दिया। इस हमले में पहली गोली अतीक के सिर पर मारी गई और फिर बदमाश एक के बाद एक गोलिया दागते रहे और अंत में अतीक ने दम तोड़ दिया। अब अतीक की मौत के बाद कुछ लोग तो जश्न मना रहे हैं तो कुछ लोग गम में है।

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